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उत्पाद सिपाही भर्ती: "हाथी उड़ाओ की सरकार ने बनाया था दौड़ का नियम" झामुमो का पलटवार
प्रतियोगियों की मौत का जिम्मेवार रघुवर सरकार
उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा में दौड़ के दौरान 11 युवाओं की मौत के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने इसे मौत की दौड़ बताते हुए एक न्यायिक आयोग बनाकर दोषियों के खिलाफ कारवाई की मांग की है.
रांची: उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा में दौड़ के दौरान 11 युवाओं की मौत के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने इस दौड़ को मौत की दौड़ बताते हुए एक न्यायिक आयोग बनाकर दो इसके दोषियों के खिलाफ कारवाई की मांग करते हुए अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा है कि “उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा के 500 सीटों की बहाली में 11 होनहार युवा अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं, यानी 2% से भी ज्यादा,ये मरने वाले सभी युवा अपने गरीब परिवार का सहारा थे, अपने मां-बाप की आंखों का तारा थे. सामान्यतः भर्ती प्रक्रिया में पहले लिखित परीक्षा होती है, उसके पश्चात सफल अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षण के लिए दौड़ का आयोजन किया जाता है. लेकिन मुख्यमंत्री ने माहौल बनाने के लिए जल्दीबाजी में बिना किसी तैयारी के, बेरोज़गारों को तैयारी के लिये मात्र पन्द्रह दिनों का मौक़ा देकर दौड़ का आयोजन कर 11 होनहार युवाओं की बलि ले ली. अपनी हवाबाजी दिखाने के लिए हेमंत सोरेन ने एक गैर न्यायिक अमानवीय काम किया है। 11 युवाओं के मौत के लिये ज़िम्मेवार लोगों को चिन्हित करने के लिये न्यायिक आयोग बनाकर जॉंच करायी जानी चाहिए। हेमंत जी, मृत युवाओं के परिवारों को अविलंब 50-50 लाख रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी दीजिए। साथ ही, सरकार की अव्यवस्था के कारण आगे किसी भी बहाली में एक भी मौत ना हो, यह सुनिश्चित करिये।
उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा के 500 सीटों की बहाली में 11 होनहार युवा अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं, यानी 2% से भी ज्यादा...
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 2, 2024
ये मरने वाले सभी युवा अपने गरीब परिवार का सहारा थे, अपने मां-बाप की आंखों का तारा थे।
सामान्यतः भर्ती प्रक्रिया में पहले लिखित परीक्षा होती है, उसके पश्चात… pic.twitter.com/Iswmz19r17
हाथी उड़ाओ की सरकार ने बनाया था 10 किलोमीटर दौड़ का नियम- झामुमो
क्योंकि भाजपा के दल बदलू इस गंभीर मुद्दे पर राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं तो मजबूरी में यह रेखांकित करना पड़ रहा है उनके हवा हवाई हाथी उड़ाओ सरकार में ही नियम बदल 1.6 km के दौड़ को 10 km किया गया था। https://t.co/XfGqfXr45p pic.twitter.com/HPO9ZpSMxo
— Jharkhand Mukti Morcha (@JmmJharkhand) September 2, 2024
लेकिन बाबूलाल के इस आरोप पर अब पलटवार करते हुए झामुमो ने दावा किया है कि पूर्व में सिर्फ 1.6 किलोमीटर की दौड़ का ही प्रावधान था, लेकिन रघुवर सरकार के द्वारा इसके नियम में बदलाव करते हुए इसे 10 किलोमीटर का किया गया. झाममो की ओर से सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा गया है कि “क्योंकि भाजपा के दल बदलू इस गंभीर मुद्दे पर राजनीति से बाज नहीं आ रहे हैं तो मजबूरी में यह रेखांकित करना पड़ रहा है उनके हवा हवाई हाथी उड़ाओ सरकार में ही नियम बदल 1.6 km के दौड़ को 10 km किया गया था.
जोहार साथियों,
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) September 2, 2024
उत्पाद सिपाही की नियुक्ति प्रक्रिया में दौड़ के क्रम में प्रतिभागियों की असामयिक मृत्यु दुःखद और मर्माहत करने वाली है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा बनाये गये नियमावली की अविलंब समीक्षा का निर्देश देते हुए हमने इस ढंग की भविष्य की सभी बहालियों के लिए नियमावली में बदलाव…