Devendra Kumar

हटिया के जंग में विक्रम आदित्य जायसवाल की एंट्री! पंजा का जोर या नवीन जायसवाल का चौका

इसी सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश में इस बार कांग्रेस विक्रम आदित्य जायसवाल को मोर्चे पर उतारने का इरादा रखती है. हालांकि आज की स्थिति में भी अजय नाथ शाहदेव उम्मीदवारों की रेस में बने हुए हैं, लेकिन अंदरखाने यह चर्चा भी है इस बार कांग्रेस विक्रम आदित्य जायसवाल पर दांव खेल सकती है, और उसका कारण है कि हटिया विधानसभा का सामाजिक समीकरण
राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

सीट शेयरिंग पर बन गयी बात! दिल्ली में राहुल गांधी के साथ सीएम हेमंत की मुलाकात

राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ मुलाकात के कई मायने हैं, और यही कारण है कि सियासी गलियारों में यह चर्चा तेज है कि झारखंड में सीट शेयरिंग का समाधान दिल्ली से निकलने वाला है.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

लातेहार विधानसभा चुनाव 2024: शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम के सामने भाजपा का चेहरा कौन!

निश्चित रुप से कैबिनेट मंत्री का यह टैग चुनावी अखाड़े में एक मजबूती प्रदान करेगा, लेकिन यदि भाजपा प्रकाश राम पर एक बार फिर से दांव लगाने का फैसला करती है, तो यह मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है. बैजनाथ राम के समान ही प्रकाश राम के पास भी चुनावी संघर्ष का लम्बा अनुभव है, कई पार्टियों के सफर के साथ ही चुनाव दांवपेंच में भी महारत हासिल है, इस हालत में प्रकाश राम को हल्के में लेने की थोड़ी सी भूल भी बैजनाथ राम पर भारी पड़ सकता है. 
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

उत्पाद सिपाही भर्ती: "हाथी उड़ाओ की सरकार ने बनाया था दौड़ का नियम" झामुमो का पलटवार

उत्पाद सिपाही भर्ती परीक्षा में दौड़ के दौरान 11 युवाओं की मौत के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने इसे मौत की दौड़ बताते हुए एक न्यायिक आयोग बनाकर दोषियों के खिलाफ कारवाई की मांग की है.
राजनीति  राज्य  झारखण्ड 

जगन्नाथपुर विधानसभा चुनाव 2024: चंपाई के खेल में फंसा सोनाराम सिंकू का कांटा

क्या इन पांच वर्षो में सोनाराम सिंकू ने अपनी सियासी जमीन को इस हद तक मजबूत किया है कि कोड़ा दंपत्ति की चुनौतियां उनके सामने अब कोई मायने नहीं रखती या फिर कांग्रेस अपने रणनीतिक प्रबंधन के जरिये यह कांटा निकाल बाहर करने की स्थिति में है या फिर कोल्हान की सियासत में जमीनी रुप से सबसे मजबूत दिखने वाली झामुमो के पास इस कांटे की कोई काट है.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

फंस या फंसा गए चंपाई! भगवा टाइगर से भाजपा में कोहराम, अब रमेश हांसदा ने बढ़ाई उलझन

कई सियासी जानकारों का मानना है कि यह चंपाई सोरेन की अपनी गणित और सियासी रणनीति का हिस्सा है. चंपाई सोरेन झामुमो के साथ अपने रिश्ते को उस हद तक खराब नहीं करना चाहते, जहां से पीछे मुड़कर देखना भी मुश्किल हो, और उनका भी हश्र वही जाय जो कभी दलाल भुइंया, कृष्णा मार्डी, शैलेन्द्र महतो के साथ ही दूसरे नेताओं का हुआ था.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

झामुमो का अभेद किला लिट्टीपाड़ा में कमल! छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम पर बाबूलाल का बड़ा दांव

लिट्टीपाड़ा झामुमो का वह अभेद किला है, जिसे भेदने का सपना भाजपा हर बार पालती, हर सियासी पैतरें और दांव अपनाती है, लेकिन कामयाबी हाथ नहीं आती. इस हालत में सियासी पगडंडियों पर अभी सफर की शुरुआत कर रहे श्यामदेव हेम्ब्रम क्या गूल खिलायेंगे, देखने वाली बात होगी और उससे भी बड़ा सवाल होगा दानियल किस्कू के सामने होगा, जिसने वर्ष 2019 में 52,772 वोट लाकर दिनेश विलियम मरांडी के सामने मजबूत चुनौती पेश की थी.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

विधानसभा चुनाव 2024: चतरा के जंग में रश्मि प्रकाश! भोक्ता परिवार की दलित बहू का सियासी दांव

चतरा में सत्यानंद भोक्ता के पास एक मजबूत सियासी जमीन है. पार्टी से अलग भी एक मजबूत वोट बैंक है, यदि इस वोट बैंक के साथ पार्टी का वोट जुड़ जाता है तो जीत की संभावना प्रबल हो जाती है, इस मजबूत सियासी जमीन को सत्यानंद आज भी अपने परिवार के पास ही रखना चाहते हैं, रश्मि प्रकाश का प्रयोग इसी सियासी शतरंज का हिस्सा है.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

चंपाई का जयश्री राम लोबिन की नयी मुसीबत! मरांगबुरु पर चुप्पी या जारी रहेगी लड़ाई?

भाजपा में एंट्री के बाद लोबिन के लिए अब वह पुराना अतीत संकट खड़ा करता नजर आने लगा  है, आदिवासी समाज के बीच से यह सवाल उठने लगा है कि क्या लोबिन आज भी अपने उस स्टैंड पर कायम है?  क्या आज भी लोबिन मारंगबुरु पर आदिवासी समाज के दावा के पक्षधर है?  क्या आज भी लोबिन हेम्ब्रम को जैन मुनियों के नग्नता से आदिवासी महिलाओं के सामने संकट खड़ा होता दिखता है?  या बदले सियासी हालात में अब वह आदिवासी समाज के इस लड़ाई से पीछे हटने वाले है. मारंगबुरु पर अब लोबिन का स्टैंड क्या है?
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

जय बिरसा से जय श्रीराम! 'भगवा टाइगर' चंपाई सोरेन की बदलती सियासत

दि चंपाई सोरेन के इस बदलती सियासत को समझने की कोशिश करें तो यह एक प्रकार का राजनीतिक-रणनीतिक प्रबंधन है. जिस रणनीतिक प्रबंधन को साधने में अब तक बाबूलाल से लेकर अर्जुन मुंडा तक असफल रहें. चंपाई सोरेन एक साथ दो चेहरा सामने रखने की दीर्घकालीन राजनीति करते हुए नजर आ रहे हैं, जिसमें हिंदुत्व का पूट भी होगा, आदिवासियत का छौंक भी. सादगी, सौम्यता और सरलता का वह हिस्सा जो अब तक के व्यक्तित्व का हिस्सा है. आदिवासी समाज के बीच उनकी पहचान को स्थापित करता रहेगा तो ‘जयश्री राम का उद्धोष’ भाजपा के उस कोर वोटरों के लिए है, जिनकी जड़े गैरझारखंडी है, जो आदिवासी-मूलवासी के मौजूदा पॉलिटिक्स में अपने आप को एडजस्ट नहीं कर पाता.
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

भगवाधारी हुए चंपाई! प्रभात तारा मैदान से भाजपा में शामिल होने का एलान

4 दशक के हरा पट्टा का साथ छोड़ते हुए आखिरकार पूर्व सीएम चंपाई भगवाधारी बन गयें. केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और हिमंता विस्व सरमा की उपस्थिति में चंपाई सोरेन को पार्टी की सदस्यता दिलवायी गयी. इस अवसर को भव्य बनाने के लिए रांची के प्रभात तारा मैदान में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड 

लोबिन का लंबा इंतजार! भाजपा को सत्ता रहा ताला मरांडी के बगावत का खतरा?

भाजपा लोबिन या ताला मरांडी में से किसी एक चेहरे पर ही दांव लगा सकती है. यदि  वह लोबिन को भगवा पट्टा पहनाने का फैसला करती है, तो ताला मरांडी का बिदकना तय है, मुश्किल यह है कि ताला मरांडी की पहचान किसी पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता की नहीं रही है. आजूस-कांग्रेस के साथ ही कई पार्टियों का सफर किया है. यदि भाजपा के अंदर सियासी महत्वाकांशा की पूर्ति नहीं होती है तो पालाबदल की खबर भी से इंकार नहीं किया जा सकता
राजनीति  राज्य  विधानसभा चुनाव 2024   झारखण्ड