समृद्ध साहित्य

भारत देश के प्रथम निवास और मालिक कौन? जानिये क्या है आदिवासी शोधकर्ता ग्लैडसन डुंगडुंग का दावा

‘‘शिकार एवं वनोपज संग्रहकर्ताओं’’ के वंशज ही आदिवासी हैं। इसलिए भारतीय संविधान के अनुच्छेद 366 25 में ‘‘आदिवासी’’ की परिभाषा का आधार भी इसी पैमाने को बनाया जाना चाहिए, ताकि राजनीतिक कारणों से ‘‘जातीय’’ समूहों को ‘‘नस्लीय’’ सूची में डालकर आदिवासी समाज की हकमारी पर रोक लगाया जा सके, साथ ही धर्म के आधार पर आदिवासियत की पहचान की साजिश पर भी विराम लगाया जा सके
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