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शोधकर्ताओं ने स्तन कैंसर की गंभीरता का अनुमान लगाने के लिए नई विधि की विकसित
नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। शोधकर्ताओं की एक टीम ने ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (टीएनबीसी) की गंभीरता का अनुमान लगाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
अमेरिका में माउंटेन वेस्ट के राष्ट्रीय यूटा हंट्समैन कैंसर संस्थान के शोधकर्ताओं ने ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (टीएनबीसी) के पूर्वानुमान में नई जानकारी प्राप्त की है।
कीमोथेरेपी और सर्जरी जैसे उपचारों के बाद, एक दुर्लभ प्रकार के स्तन कैंसर (टीएनबीसी) की पुनरावृत्ति की भविष्यवाणी करने के लिए कोई विश्वसनीय तरीका नहीं है।
जेसीओ प्रिसिजन ऑन्कोलॉजी नामक पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में एक नए तंत्र का वर्णन किया गया है, जो टीएनबीसी का सटीकता से अनुमान लगा सकता है।
शोधकर्ताओं ने एक रोगी-व्युत्पन्न जेनोग्राफ्ट (पीडीएक्स) मॉडल विकसित किया। इसके तहत किसी व्यक्ति के ट्यूमर के विकास का आकलन करने के लिए इसे चूहे में रखा गया, ताकि टीएनबीसी की आक्रामकता का आकलन किया जा सके।
यह प्रणाली पुनरावृत्ति की भविष्यवाणी करने में मौजूदा तरीकों की तुलना में अधिक सटीक है। इससे कैंसर की आक्रामकता का शीघ्र और सटीक आकलन संभव हो सका।
यह शोध रोगी की देखभाल पर सीधा प्रभाव डाल सकता है और बार-बार होने वाले टीएनबीसी वाले रोगियों के लिए अधिक वैयक्तिकृत उपचार योजनाएं बना सकता है।
अध्ययन के सह-लेखक और हंट्समैन कैंसर इंस्टीट्यूट में स्तन और स्त्री रोग केंद्र के प्रमुख सिंडी मैट्सन ने कहा कि अध्ययन में बार-बार होने वाले ट्रिपल-नेगेटिव स्तन कैंसर वाले व्यक्तियों के लिए अधिक अनुकूलित उपचार योजना बनाने में मदद करने की क्षमता है।
व्यावहारिक लाभों में पीडीएक्स मॉडल पर विशिष्ट दवाओं का परीक्षण करना और उपचार निर्णयों में चिकित्सकों के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करना शामिल है।
लेखकों ने कहा, "अध्ययन के नतीजे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि पीडीएक्स मॉडल में ट्यूमर का विकास अक्सर अत्यधिक आक्रामक कैंसर का संकेत देता है। इससे ज्यादातर मामलों में इसका इलाज करना कठिन हो जाता है।"
--आईएएनएस
एकेएस/सीबीटी