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नवदीप सिंह: क्यों ये नाम बना हुआ है सोशल मीडिया सेंसेशन?
नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। 'कद छोटा है, पर काम बड़े होंगे', ये शब्द नवदीप सिंह के हैं जिन्होंने पेरिस पैरालंपिक में जैवलिन थ्रो (एफ41 इवेंट) में गोल्ड जीता। देश के इस एथलीट का हौसला देख पीएम मोदी भी खुशी से गदगद हुए। पेरिस पैरालंपिक से पहले जो नाम गुमनाम था, आज वही सोशल मीडिया सेंसेशन बना हुआ है। टीवी-अखबार से लेकर पॉडकास्ट तक नवदीप सिंह का जलवा है।
गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने खूब वाहवाही बटोरी, लेकिन इस एथलीट का सफर बेहद मुश्किलों से भरा रहा है। टोक्यो पैरालंपिक में चौथे स्थान पर रहने वाले नवदीप का लक्ष्य पेरिस में सिर्फ मेडल था। यहां वो केवल भारतीय जर्सी में नजर आने वाले एक एथलीट थे, लेकिन अब वो भारत समेत पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल बन गए।
इस एथलीट को अपनी छोटी हाइट (बौनेपन) के लिए ताना मारा जाता था। इन तमाम चुनौतियों से परेशान होकर एक समय ऐसा था जब वो 'आत्महत्या' करने के बारे में सोचने लगे थे। लेकिन हर ताने को उन्होंने मोटिवेशन में बदला और खुद को साबित करने की ठानी।
उनकी इस उड़ान को पहचान पेरिस पैरालंपिक में मिली। खास तौर पर थ्रो करने के बाद उनका आक्रामक जश्न हर किसी के जुबां पर है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका जिक्र उनके साथ किया। इसके साथ ही एक अन्य वीडियो भी सोशल मीडिया पर छाया रहा जिसमें नवदीप ने अपने कोच से पूछा था कि कितना थ्रो हुआ, जब उन्होंने बताया तो नवदीप ने बड़े ही मस्त मौला अंदाज में कहा 'खाओ मां कसम'?
दरअसल, सभी एथलीटों को सम्मानित करने के लिए पीएम ने घर पर बुलाया था। इस दौरान नवदीप और पीएम की मुलाकात हुई। इस एथलीट ने पीएम मोदी को एक कैप गिफ्ट की। उनका सम्मान करते हुए पीएम जमीन पर बैठ गए और उन्होंने नवदीप से उन्हें कैप पहनाने को कहा। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।
यह जीत नवदीप के लिए उनके जीवन की सबसे बड़ी सफलता है। उनके तमाम, संघर्षों और पारिवारिक समस्याओं से अलग उनका व्यक्तित्व निराला है। उनके कई इंटरव्यू सामने आये जिसे खूब सराहा जा रहा है।
--आईएएनएस
एएमजे/आरआर